इस IPO पर दांव लगाने का आज आखिरी मौका, ग्रे मार्केट से मिले ये संकेत

इस IPO पर दांव लगाने का आज आखिरी मौका, ग्रे मार्केट से मिले ये संकेत

Stock Market: रेडिएंट कैश मैनेजमेंट सर्विसेज (Radiant Cash Management) के आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (IPO) को सोमवार को निर्गम (IPO) के दूसरे दिन 11 प्रतिशत सब्सक्रिप्शन मिला। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के आंकड़ों के अनुसार, कंपनी की 2,74,29,925 क्रिप्टो ब्रोकर शेयरों की पेशकश पर 29,76,450 शेयरों के लिए बोलियां मिलीं। कंपनी का आईपीओ 23 दिसंबर 2022 को ओपन हुआ था और 27 दिसंबर 2022 यानी आज बंद होगा।

क्या है ग्रे मार्केट का हाल? (Radiant Cash Mangment GMP Today)

टॉप शेयर ब्रोकर की रिपोर्ट के मुताबिक आज कंपनी ग्रे मार्केट में 5 रुपये के प्रीमियम पर उपलब्ध है। यह स्थिति तब है क्रिप्टो ब्रोकर जब कल यानी सोमवार को शेयर बाजार में तेजी देखने को मिली थी। अगर ग्रे मार्केट का यही ट्रेंड बरकरार रहा तो कंपनी 104 प्रतिशत पर लिस्ट हो सकती है। बता दें, कंपनी की संभावित लिस्टिंग डेट 4 जनवरी 2023 है।

पात्र संस्थागत खरीदारों (क्यूआईबी) खंड को 16 प्रतिशत तथा खुदरा निवेशक खंड (आरआईआई) को 12 प्रतिशत अभिदान मिला है। गैर-संस्थागत निवेशक कैटगरी में तीन प्रतिशत अभिदान मिला है। आईपीओ के तहत 60 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी किए गए हैं और 3,31,25,000 शेयरों की बिक्री पेशकश (ओएफएस) लाई गई है। आईपीओ के लिए प्राइस बैंड 94-99 रुपये प्रति शेयर रखा गया है। मूल्य दायरे के ऊपरी स्तर पर आईपीओ से 388 करोड़ रुपये जुटने की उम्मीद है।

Cryptocurrency: युवा निवेशक क्रिप्टो में जमकर लगा रहे है पैसा

आरबीआई ( Reserve bank of india ) बार-बार क्रिप्टो करेंसी ( crypto currency ) और इसके क्रिप्टो ब्रोकर निवेशकों को आगाह कर रही हैं, लेकिन क्रिप्टों में पैसा लगाने वालों के कान पर जूं तक नहीं रेंग रही, निवेशक ( bitcoin currency) हैं कि लगातार क्रिप्टों में अपना निवेश बढ़ाते ही जा रहे हैं।

Cryptocurrency: युवा निवेशक क्रिप्टो में जमकर लगा रहे है पैसा

आरबीआई ( Reserve bank of india ) बार-बार क्रिप्टो करेंसी ( crypto currency ) और इसके निवेशकों को आगाह कर रही हैं, लेकिन क्रिप्टों में पैसा लगाने वालों के कान पर जूं तक नहीं रेंग रही, निवेशक ( bitcoin currency) हैं कि लगातार क्रिप्टों में अपना निवेश बढ़ाते ही जा रहे हैं। जयपुर में बिटकॉइन जैसी क्रिप्टोकरेंसी में इन्वेस्टमेंट को लेकर होड़ सी मची है। यहीं कारण है वर्तमान में अब तक जयपुर में करीब एक लाख लोगों क्रिप्टोकरेंसी में निवेश कर चुके है और यह आंकड़ा प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। बात अगर पूरे भारत की करें तो करीब 2 करोड़ लोग भारत में क्रिप्टोकरेंसी में निवेश कर चुके है। जयपुर के एक लाख लोगों ने क्रिप्टोकरेंसी में करीब 150 करोड़ का निवेश कर रखा है।

युवाओं की पहली पसंद अब क्रिप्टो
करोड़पति युवाओं की पहली पसंद अब क्रिप्टो बन चुका है, अमेरिका में अधिकांश युवा करोड़पति अपना पैसा, क्रिप्टो करेंसी में ही लगा रहे हैं, दुनिया के कई और देशों में भी इसी तरह का चलन देखने को मिल रहा है, लेकिन कुछ देश इसे कानूनी मान्यता भी दे चुके हैं, जबकि भारत में अभी तक क्रिप्टो का भविष्य साफ नहीं है, बावजूद इसके, लोग इसमें बिना डर पैसा लगा रहे हैं।

क्रिप्टो के विरोध में आरबीआई हमेशा से
वैकल्पिक मुद्राओं को मान्यता देने के विरोध में आरबीआई हमेशा से अडिग रहा है। हालांकि केंद्रीय बैंक को सुप्रीम कोर्ट के आदेश क्रिप्टो ब्रोकर के बाद 2018 में क्रिप्टोकरेंसी पर प्रतिबंध को वापस लेने के लिए मजबूर किया गया, लेकिन इसने क्रिप्टोकरेंसी पर अपनी राय नहीं बदली है।

क्यों बना हुआ डर.
इसको कोई सरकार या कोई विनियामक अथॉरिटी इसे जारी नहीं करती है। इसके अलावा टैक्स, मनी लॉन्ड्रिंग, इनसोल्वेंसिंग कोड, पेमेंट सिस्टम, निजता और डाटा प्रोटेक्शन भी बड़ी चुनौतियां होंगी।

घोटालों की संख्या बढ़कर 3300 हुई
साल 2021 में क्रिप्टोकरेंसी के बाजार में सक्रिय वित्तीय घोटालों की संख्या 2020 के 2052 के आंकड़े से बढ़कर 3300 हो गई है। दुनिया की लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी इथेरियम और बिटकॉइन के मूल्य में वृद्धि के साथ इनमें निवेश करने वाले निवेशकों के साथ घोटाले होने की वारदातों में भी इजाफा हुआ है।

क्रिप्टो करेंसी क्या है?
क्रिप्टो करेंसी किसी मुद्रा का एक डिजिटल रूप है। यह किसी सिक्के या नोट की तरह ठोस रूप में आपकी जेब में नहीं होता है। यह पूरी तरह से ऑनलाइन होती है और व्यापार के रूप में बिना किसी नियमों के इसके जरिए व्यापार होता है।

क्रिप्टो करेंसी को नियंत्रित करने के लिए कुछ नियम बनाने होंगे। इनकी प्रतियोगिता की कोई जरूरत नहीं है। क्रिप्टो करेंसी के सार्वजनिक और केंद्रीय बैंक साथ-साथ चल सकते हैं। पूरी दूनिया में इसका चलन बढ़ रहा है। अगर भारत में इसपर बैन लगता है, तो हम एक बार फिर डिजिटल रूप में दूनिया से पीछड़ जाएंगे।
आयुष अग्रवाल, एडवाइजर, क्रिप्टो

क्रिप्टो एक्सचेंज पॉइंट नो यॉर कस्टमर (केवाईसी) इक_ा करके इसकी लेन-देन सिर्फ बैंक अकाउंट के जरिए कर सकते हैं। इस तरीके से कुछ बुरे तत्व इसका लाभ नहीं उठा पाएंगे, क्योंकि ब्लॉकचेन तकनीक में यह सार्वजनिक पारदर्शिता की व्यवस्था कर पाएगा।
अशोक जालान, विशेषज्ञ, इक्विटी बाजार

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