कच्चे तेल की कीमतों में तेजी से रुपया सात पैसे टूटकर 82.86 प्रति डॉलर पर
मुंबई, 23 दिसंबर (भाषा) अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले शुक्रवार को रुपया सात पैसे की तेजी के साथ 82.86 (अस्थायी) प्रति डॉलर पर बंद हुआ। ब्याज दरों में वृद्धि की चिंताओं के बीच कच्चे तेल की कीमतों में मजबूती और घरेलू शेयर बाजार में भारी गिरावट से रुपये की धारणा प्रभावित हुई।
बाजार सूत्रों ने कहा कि वैश्विक बाजारों में डॉलर के कमजोर होने से रुपये की गिरावट पर अंकुश लग गया।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 82.81 के स्तर पर कमजोर खुला और कारोबार के अंत में यह सात पैसे की हानि दर्शाता 82.86 प्रति डॉलर पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान रुपये में 82.77 के उच्चस्तर और 82.88 के निचले स्तर को छुआ।
बाजार विश्लेषकों ने कहा कि निवेशकों को यह चिंता सता रही है कि अमेरिकी के मजबूत आर्थिक आंकड़ों की वजह से मुद्रास्फीति को नियंत्रित करने के लिए फेडरल रिजर्व ब्याज दर में और वृद्धि करने की सोच सकता है।
इस बीच, दुनिया की छह प्रमुख मुद्राओं की तुलना में डॉलर की मजबूती को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.14 प्रतिशत घटकर 104.49 रह गया।
वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड वायदा दो प्रतिशत बढ़कर 82.61 डॉलर प्रति बैरल हो गया।
बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 980.93 अंक घटकर 59,845.29 अंक पर बंद हुआ।
शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) पूंजी बाजार में शुद्ध लिवाल रहे और उन्होंने लाइव विदेशी मुद्रा खरीदें बृहस्पतिवार को 928.63 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर खरीदे।
भाषा राजेश राजेश अजय
(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
विदेश में बसे अपनों को भेजना चाहते हैं विदेशी मुद्रा उपहार? ये क्रॉस-बॉर्डर निओ-बैंकिंग ऐप्स करेंगे मदद
विदेश में बसे लाइव विदेशी मुद्रा खरीदें अपने प्रियजनों के लिए विदेशी मुद्रा उपहार भेजना अब क्रॉस-बॉर्डर निओ-बैंकिंग के माध्यम से आसान हो गया है. एक नज़र उन स्टार्टअप्स पर जो ये सुविधा मुहैया करा रहे हैं.
जब आपके प्रियजन विदेश में रहते है और जिनके लिए आपके मन में प्रेमभावना हैं, तब उन लोगों के साथ भावना से जुड़े रहना मुश्किल लगता है, लेकिन एक ऐसी कृति है जिससे आप यह दूरी को कम महसूस कर सकते है. दुनिया भर में क्रॉस-बॉर्डर निओ-बैंक फॉरेक्स मार्कअप पर काबू पाने, लेन-देन के समय को कम करने और सबसे अधिक किफ़ायती तरीके से उपभोक्ताओं को सुविधा उपलब्ध हो इस दिशा में काम कर रहा हैं. आज के डिजिटल भुगतान के युग में, टेक्नोलॉजी हर क्षेत्र में मददगार साबित हो रही है और क्रॉस-बॉर्डर निओ-बैंक ने इस सटीक टेक्नोलॉजी का उपयोग करके दुनिया भर में डिजिटल खर्च, साझाकरण और बचत को संभव बनाया है.
भारत में निओ-बैंक की इस सूचि से आपको सहज और सरल वन-टैप समाधान मिलेगा जिससे आप दुनिया भर में अपने प्रियजनों के साथ साझा कर सकते हैं.
moneyHop
moneyHop भारत का पहला क्रॉस-बॉर्डर निओ-बैंक है, जो एक साधारण चार-चरणीय प्रक्रिया के माध्यम से दुनिया भर में 0% मार्कअप पर अंतर्राष्ट्रीय स्थानांतरण को सक्षम बनाता है - गंतव्य, मुद्रा और राशि का चयन करें> एक डिजिटल केवाईसी पूरा करें> प्राप्तकर्ता का विवरण जोड़ें> ऑनलाइन भुगतान करें.
यह न केवल लाइव दरों पर लेनदेन को सक्षम बनाता है बल्कि यह भी सुनिश्चित करता है कि कोई छिपा हुआ शुल्क नहीं है. फॉरेक्स कार्ड और डेबिट कार्ड के संयोजन की पेशकश करते हुए, moneyHop अपने उपयोगकर्ताओं को 6% ब्याज पर शून्य-बैलेंस, अंतर्राष्ट्रीय, बचत खाते रखने में सक्षम बनाता है. इसके अलावा, टेक्नोलॉजी का लाभ उठाकर यह सुनिश्चित कर सकता है कि लेन-देन जल्दी, समय पर निर्बाध रूप से हो. यह एक ऐसा मंच है जो लोगों को आर्थिक रूप से करीब लाइव विदेशी मुद्रा खरीदें लाने के लिए समर्पित है, जो क्रॉस-बॉर्डर क्षेत्र में बैंकिंग के लिए परेशानी मुक्त वातावरण बनाता है.
NIYO SOLUTIONS एक निओ-बैंक है जो लाइव विदेशी मुद्रा खरीदें अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए एक बैंक खाता Niyo ग्लोबल सहित कई डिजिटल बैंकिंग प्रोडक्ट प्रदान करता है. क्रॉस-बॉर्डर निओ बैंकिंग प्रोडक्ट डिजिटल बचत से जुड़े एक विदेशी मुद्रा मार्कअप डेबिट कार्ड को विदेशी मुद्रा एक्सचेंजों पर बिना किसी अतिरिक्त मार्कअप के खाते में सक्षम बनाता है और है और मासिक भुगतान के साथ किसी को 5% ब्याज* प्रति वर्ष तक अर्जित करने की अनुमति देता है. यह Niyo ग्लोबल कार्ड भी प्रदान करता है जो एक INR-आधारित अंतर्राष्ट्रीय कार्ड है जो आपको यात्रा करते समय विदेशी मुद्राओं में लेनदेन करने में मदद करता है.
Jupiter
Jupiter एक अन्य प्रमुख निओ-बैंक लाइव विदेशी मुद्रा खरीदें है जो क्रॉस-बॉर्डर प्रेषण सेवाएं भी प्रदान करता है और सभी अंतरराष्ट्रीय खरीद के लिए लगभग 3.5% शुल्क लेता है और किसी भी अन्य खर्च के लिए स्लैब-आधारित शुल्क लेता है. वे विभिन्न सेवाओं के माध्यम से बचत को प्रोत्साहित करते हैं, जिसमें उनके डेबिट कार्ड और यूपीआई, एक म्यूचुअल फंड निवेश विकल्प, और मुफ्त स्वास्थ्य कवर के साथ एक वेतन खाता के माध्यम से खर्च से जुड़ी उनकी पुरस्कार प्रणाली शामिल है. यह सभी डेबिट कार्डों के लिए बस एकबार दिए जाना वाला शुल्क भी लेता है.
Fi Money एक आगामी क्रॉस-बॉर्डर निओ-बैंक है जो न्यूनतम से लेकर बिना किसी छिपे हुए शुल्क के भुगतान की अनुमति देता है. उपभोक्ता न्यूनतम शेष राशि के किसी भी शुल्क और 3% बचत के एक ब्याज खाता के साथ अपने प्लेटफॉर्म पर शुरुआत कर सकते हैं. वे एक ऐसा मंच हैं जिसका उद्देश्य धन प्रबंधन उपकरण के साथ-साथ विभिन्न प्रकार के निवेश और जमा विकल्पों की पेशकश करके धन प्रबंधन को डिजिटाइज़ करना है. वे 3% की बचत के साथ एक डिजिटल ब्याज खाता भी प्रदान करते हैं.
मुख्य रूप से लेन-देन की सहजता और ग्राहक सुविधा के कारण निओ-बैंकिंग बढ़ रही है. यह टेक्नोलॉजी का उपयोग करते हुए अंतिम उपभोक्ता को सबसे अधिक लागत प्रभावी तरीके से उपलब्ध कराने में सफल रहा है. क्रॉस-बॉर्डर निओ-बैंकिंग अंतरराष्ट्रीय खर्च को बाधित कर रहा है, बचत कर रहा है और परिवर्तनकारी गति से भेज रहा है, और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भुगतानों के संपर्क रहित, निर्बाध और समय पर हस्तांतरण को सुनिश्चित करने के लिए बाध्य है जैसा कि घरेलू स्तर पर बिना किसी मार्कअप के किया जाता है. परेशानी मुक्त और उत्सव के लिए समय पर, इस त्योहारी सीजन में क्रॉस-बॉर्डर निओ-बैंक आपके प्रियजनों के लिए आपका अच्छा वाहक बन सकता है.
(फीचर इमेज: freepik)
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उदारीकृत प्रेषण योजना
FEMA (संशोधित), 2015 के नियम के तहत एक निवासी व्यक्ति निम्नलिखित प्रयोजनों के लिये LRS के अंतर्गत विदेशी मुद्रा सुविधाओं का लाभ उठा सकता है:
चालू खाता लेनदेन के तहत:
- किसी भी देश की निजी यात्रा (नेपाल और भूटान को छोड़कर)
- उपहार या दान
- रोज़गार हेतु विदेश गमन
- उत्प्रवास
- विदेश में करीबी रिश्तेदारों की देखभाल
- व्यवसाय संबंधी यात्रा, किसी सम्मेलन अथवा विशेष प्रशिक्षण में भाग लेने, चिकित्सा खर्चों की पूर्ति क लिये एवं चेक-अप या चिकित्सा उपचार हेतु विदेश जाने वाले किसी मरीज़ के परिचारक के रूप में यात्रा के लिये
- विदेश में चिकित्सा उपचार संबंधी व्यय
- विदेश में पढाई के लिये
- कोई भी अन्य चालू खाता लेनदेन जो FEMA,1999 में चालू खाता की परिभाषा में न आता हो
पूंजी खाता लेनदेन के तहत:
- विदेशों में किसी बैंक में विदेशी मुद्रा खाता खोलना।
- विदेश में संपत्ति की खरीद।
- विदेशों में निवेश करना- सूचीबद्ध एवं गैर-सूचीबद्ध दोनों तरह की विदेशी कंपनियों या ॠण उपकरणों के अधिग्रहण और शेयरों को रखना; निदेशक पद के लिये एक विदेशी कंपनी के योग्यता शेयरों (Qualification Shares) का अधिग्रहण ; पेशेवर सेवाओं या निदेशक के पारिश्रमिक के बदले में एक विदेशी कंपनी के शेयरों का अधिग्रहण करना; म्युचुअल फंड्स, वेंचर कैपिटल फंड्स, अनरेटेड डेट (debt) सिक्योरिटीज एवं प्रोमिसीअरी नोट्स की इकाइयों में निवेश।
- विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (FEMA) के नियम एवं शर्तों के अधीन भारत के बाहर पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक और संयुक्त उद्यम स्थापित करना।
- ऐसे गैर-निवासी भारतीयों (NRIs) को भारतीय रुपए में ॠण प्रदान करना जो कंपनी अधिनियम, 2013 में परिभाषित किये गए रिश्तेदार हैं।
योजना के तहत निषिद्ध विषय:
LRS के तहत निम्नलिखित विषयों के संदर्भ में प्रेषण सुविधा उपलब्ध नहीं है-
- FEMA की अनुसूची-I के तहत विशेष रूप से निषिद्ध किसी भी उद्देश्य के लिये प्रेषण (जैसे कि लॉटरी टिकट/जुआ ,पत्रिकाओं का संचालन आदि) या विदेशी विनिमय प्रबंधन नियम (चालू खाता लेनदेन), 2000 की अनुसूची-II के तहत प्रतिबंधित कोई वस्तु।
- विदेशों में द्वितीयक बाज़ार में भारतीय कंपनियों द्वारा जारी विदेशी मुद्रा परिवर्तनीय बॉण्ड (FCCB) की खरीद के लिये प्रेषण।
- विदेशों में विदेशी मुद्रा में व्यापार के लिये प्रेषण।
- समय-समय पर वित्तीय कार्रवाई कार्यबल (FATF) द्वारा ‘गैर-सहकारी देशों और क्षेत्रों ‘ के रूप में पहचान किये गए देशों में प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से पूंजी खाता प्रेषण।
- उन व्यक्तियों और संस्थाओं को प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से प्रेषण, जिन्हें RBI द्वारा बैंकों को अलग से दिये गए निर्देश के अंतर्गत आतंकवादी गतिविधियों में संलिप्तता के संदर्भ में पहचाना गया हो।
NOTE: प्राधिकृत व्यक्ति के माध्यम से LRS के तहत सभी लेनदेन के लिये निवासी व्यक्ति को अपना स्थायी खाता संख्या (PAN) देना अनिवार्य है।
कंगाल पाकिस्तान का विदेशी मुद्रा भंडार 3 साल के निचले स्तर पर पहुंचा, जानिए भारत का इस मामले में क्या है हाल
Pakistan dollar reserves: पाकिस्तान का विदेशी मुद्रा भंडार घटकर 7.83 अरब डॉलर पर आ गया जो तीन साल का न्यूनतम स्तर है. यह केवल एक महीने के आयात के लिए पर्याप्त है. वहीं भारत का विदेशी मुद्रा भंडार घटकर 573 अरब डॉलर के करीब है.
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ, (फोटो साभार PTI).
Pakistan forex reserves: पाकिस्तान इस समय गंभीर आर्थिक चुनौती (Pakistan economic crisis) का सामना कर रहा है. उसका विदेशी मुद्रा भंडार लगातार घट रहा है. कर्ज के लिए वह दुनिया के सामने हाथ फैला रहा है. इंटरनेशनल मॉनिटरी फंड (IMF) जैसे ग्लोबल इंस्टीट्यूशन उसे बेल-आउट पैकेज देने से झिझक रहे हैं. इस बीच पाकिस्तान का विदेशी मुद्रा भंडार बड़ी गिरावट के साथ 7.83 अरब डॉलर पर आ गया है. यह वर्ष 2019 के बाद पाकिस्तान में विदेशी मुद्रा का न्यूनतम स्तर है. दूसरी तरफ रिजर्व बैंक ने जो जानकारी दी है उसके मुताबिक, भारत का विदेशी मुद्रा भंडार (India dollar reserves) पांच अगस्त को समाप्त सप्ताह में 89.7 करोड़ डॉलर घटकर 572.978 अरब डॉलर रह गया.
पाकिस्तान के केंद्रीय बैंक की तरफ से शुक्रवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक, इस महीने लोन रीपेमेंट में वृद्धि और बाहरी वित्तपोषण की कमी के कारण देश का विदेशी मुद्रा भंडार घटा है. स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान (State Bank of Pakistan) के इन आंकड़ों से पता चलता है कि देश के विदेशी भंडार में साप्ताहिक आधार पर 55.5 करोड़ डॉलर यानी 6.6 फीसदी की गिरावट आई है. ऐसा इस महीने बढ़े हुए लोन रीपेमेंट और बाहरी वित्तपोषण की कमी के कारण हुआ है.
पाकिस्तान के पास केवल एक महीने के आयात का रिजर्व
इस रिपोर्ट के मुताबिक, “पाकिस्तान के केंद्रीय बैंक के आंकड़ों से पता चला है कि उसका विदेशी मुद्रा भंडार लगभग तीन वर्षों में अपने सबसे निचले स्तर पर गिरकर 7.83 अरब डॉलर पर आ गया है. यह अक्टूबर 2019 के बाद का सबसे निचला स्तर है.’’ एक सप्ताह पहले पांच अगस्त को पाकिस्तान का विदेशी मुद्रा भंडार 8.385 अरब डॉलर था. हालांकि लाइव विदेशी मुद्रा खरीदें विश्लेषकों का कहना है कि पाकिस्तान का मौजूदा विदेशी मुद्रा भंडार एक महीने के आयात खर्चों के लिए काफी है.
भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 572.978 अरब डॉलर
इधर रिजर्व बैंक के आंकड़ों के अनुसार पांच अगस्त को समाप्त सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार 572.978 अरब डॉलर रह गया. इससे पहले 29 जुलाई को समाप्त सप्ताह के दौरान विदेशी मुद्रा भंडार 2.315 अरब डॉलर बढ़कर 573.875 अरब डॉलर रहा था. पांच अगस्त को समाप्त सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार में आई गिरावट का मुख्य कारण विदेशी मुद्रा आस्तियों का घटना है जो कुल मुद्रा भंडार का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है.
FCA में गिरावट से विदेशी मुद्रा भंडार घटा
आरबीआई के शुक्रवार को जारी किये गये भारत के साप्ताहिक आंकड़ों के अनुसार समीक्षाधीन सप्ताह में विदेशी मुद्रा आस्तियां (एफसीए) 1.611 अरब डॉलर घटकर 509.646 अरब डॉलर रह गयी. डॉलर में अभिव्यक्त विदेशी मुद्रा भंडार में रखे जाने वाली विदेशी मुद्रा आस्तियों में यूरो, पौंड और येन जैसी गैर-अमेरिकी मुद्राओं में मूल्यवृद्धि अथवा मूल्यह्रास के प्रभावों को शामिल किया जाता है.
गोल्ड रिजर्व 40.313 अरब डॉलर पर पहुंचा
आंकड़ों के अनुसार, आलोच्य सप्ताह में स्वर्ण भंडार का मूल्य 67.1 करोड़ डॉलर बढ़कर 40.313 अरब डॉलर हो गया. समीक्षाधीन सप्ताह में, अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के पास जमा विशेष आहरण अधिकार (एसडीआर) 4.6 करोड़ डॉलर बढ़कर 18.031 अरब डॉलर हो गया. जबकि आईएमएफ में रखे देश का मुद्रा भंडार 30 लाख डॉलर घटकर 4.987 अरब डॉलर रह गया.
विदेशी मुद्रा भंडार फिर घट कर 600 बिलियन डॉलर से नीचे, स्वर्ण भंडार में भी आई गिरावट
मुंबई: अपना विदेशी मुद्रा भंडार एक बार फिर से गिर कर 600 बिलियन डॉलर से नीचे आ गया है। ऐसा लगातार दूसरे सप्ताह हुआ, जबकि भारत का विदेशी मुद्रा भंडार घटा है। रिजर्व बैंक के आंकड़ों के अनुसार 10 जून 2022 को समाप्त सप्ताह के दौरान यह 4.599 अरब डॉलर घट कर 596.458 अरब डॉलर रह गया। इससे पहले, बीते तीन जून को समाप्त सप्ताह में भी यह 3.06 अरब डॉलर घटा था। तब यह 601.057 अरब डॉलर रह गया था। RBI के आंकड़ों के अनुसार बीते 27 मई को समाप्त हुए सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार 3.854 अरब डॉलर बढ़कर 601.363 अरब डॉलर पर पहुंच गया था।
अपना विदेशी मुद्रा भंडार एक महीने से अधिक समय तक 600 बिलियन डॉलर से नीचे रहा था। इसके साथ ही यह लगातार 10 सप्ताह तक गिरा था। तब जा कर लाइव विदेशी मुद्रा खरीदें 20 मई 2022 और 27 मई 2022 को समाप्त सप्ताह के दौरान इसमें बढ़ोतरी हुई थी। आरबीआई के साप्ताहिक सांख्यिकीय आंकड़ों के मुताबिक 27 मई को सप्ताह में देश का विदेशी मुद्रा भंडार 3.854 अरब डॉलर बढ़कर 601.363 अरब डॉलर हो गया था।
दस जून को समाप्त सप्ताह के दौरान विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट का कारण विदेशी मुद्रा आस्तियों या फॉरेन करेंसी असेट में आई गिरावट है। यह कुल विदेशी मुद्रा भंडार का एक महत्वपूर्ण घटक है। आंकड़ों के अनुसार समीक्षाधीन सप्ताह में फॉरेन करेंसी असेट (एफसीए) 4.535 अरब डॉलर घटकर 532.244 अरब डॉलर रह गयी। डॉलर में अभिव्यक्त विदेशी मुद्रा भंडार में रखे जाने वाली विदेशी मुद्रा आस्तियों में यूरो, पौंड और येन जैसी गैर-अमेरिकी मुद्राओं में मूल्यवृद्धि अथवा मूल्यह्रास के प्रभावों को शामिल किया जाता है।
स्वर्ण भंडार में भी गिरावट
आंकड़ों के अनुसार, आलोच्य सप्ताह में स्वर्ण भंडार का मूल्य भी 10 लाख डॉलर की मामूली गिरावट के साथ 40.842 अरब डॉलर रह गया। समीक्षाधीन सप्ताह में, अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) के पास जमा स्पेशल ड्राइंग राइट (SDR) 2.3 करोड़ डॉलर घटकर 18.388 अरब डॉलर रह गया। आईएमएफ में रखे देश का मुद्रा भंडार भी चार करोड़ डॉलर घटकर 4.985 अरब डॉलर रह गया।
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