आपको अधिक रिवार्ड टू रिस्क रैशियो वाले ट्रेडों का चयन करना चाहिए

क्रिप्टो चार्ट को कैसे पढ़े?

जानिए चार्ट के आधार पर कैसे काम किया जाए, या उनसे मिलने वाले संकेतों को कैसे मुनाफे में बदला जाए

किसी ने भी जिसने क्रिप्टोकरेंसी में किसी भी तरह का निवेश किया है, वह जानता है कि क्रिप्टोकरेंसी का चार्ट रियल-टाइम में कितनी तेजी से लगातार बदलते रहता है। इस एसेट की विख्यात वोलैटिलिटी के कारण कीमतों में जो भारी उतार-चढ़ाव दिखता है, वह भले ही सांसे थमाने वाला हो, लेकिन अपेक्षाकृत कम ही लोग ऐसे हैं जो वास्तव में समझ पाते हैं कि क्रिप्टोकरेंसी चार्ट को कैसे पढ़ा जाए और उससे भी कम लोग इस बात को सच में समझ पाते हैं कि चार्ट के आधार पर कैसे काम किया जाए, या उनसे मिलने वाले संकेतों को कैसे मुनाफे में बदला जाए।

चार्ट क्या है?

जो लोग ट्रेडिंग में नए हैं, उनके लिए क्रिप्टो चार्ट लाइन और कैंडलस्टिक पैटर्न का एक ऐसा समूह हैं जो क्रिप्टोकरेंसी का ऐतिहासिक प्राइस परफॉर्मेंस दिखाते हैं। ये बाजार की परिस्थितियों में होने वाले बदलावों और भविष्य के रुझानों का अनुमान लगाने में आपकी मदद कर सकते हैं, जिससे आपको निवेश के बेहतर फैसले लेने में मदद मिल सके।

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यह एक स्नैपशॉट है, सेकेंड से लेकर मिनट, दिन, हफ्ते, महीने और यहां तक कि साल और उससे भी ज्यादा समय के दौरान हुए ऐतिहासिक और मौजूदा प्राइस मूमेंट का। क्रिप्टो चार्ट अप्रशिक्षित आंखों के लिए काफी जटिल मालूम पड़ सकते हैं, इसलिए बेहतर यही होगा कि इसके मूलभूत सिद्धांतों को समझ लिया जाए।

क्रिप्टोकरेंसी चार्ट ट्रेडिंग पेयर, अवधि और ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म का संकेत करते हैं। अमूमन, चार्ट हर समयावधि में खुलने, बंद होने, उस दौरान छुए गये सबसे ऊंचे और सबसे नीचे के भाव की जानकारी देते हैं। चार्ट के सबसे नीचे और बगल में तारीख और कीमतों में होने वाली वृद्धि दर्शाई जाती है।

चार्ट के आधार पर, वॉल्यूम या मूविंग एवरेज जैसे टेक्निकल संकेत दिखने लग जाएंगे और हर ट्रेडिंग सत्र के खुलने और बंद होने के साथ आगे बढ़ेंगे।

जापानी कैंडलस्टिक चार्ट

जापानी कैंडलस्टिक चार्ट (नीचे की दूसरी तस्वीर में दाईं ओर दिखने वाला) लाइन चार्ट के बाद दूसरा सबसे ज्यादा इस्तेमाल होने वाला चार्ट है। विश्लेषक आमतौर पर जापानी कैंडलस्टिक को बेहतर मानते हैं क्योंकि इसमें कई अतिरिक्त आंकड़े भी दिखते हैं।

कैंडल आम तौर पर दो रंगों में दिखते ट्रेंडलाइन कैसे काम करती है? हैं, लाल और हरा।

जब किसी कैंडल का रंग लाल होता है तो इसका मतलब होता है कि आलोच्य समयावधि में बंद होने का भाव खुलने के भाव से नीचे था। इसका मतलब उस समय के दौरान उस एसेट की कीमत में गिरावट आई।

जब कोई कैंडल हरा हो जाता है, तो इसका मतलब है कि उसके बंद होने का भाव खुलने की तुलना में ज्यादा था। नीचे की तस्वीर इसे प्रदर्शित कर रही है:

उदाहरण के लिए, हर कैंडल के खुलने, उच्चतम स्तर, निम्नतम स्तर और बंद होने से अतिरिक्त जानकारियां मिल सकती हैं। यदि कैंडल के दौरान भाव खुलने या बंद होने की सीमा से परे जाते हैं, तो एक शैडो या कैंडल “विक” रह जाता है।

इन कैंडलस्टिक के आकार, स्वरूप, अवधि और रंग तथा जो पैटर्न ये बनाते हैं, उनसे विश्लेषकों, खरीदारों और ट्रेडरों को भाव के भविष्य की चाल का अंदाजा मिल जाता है, जिससे उन्हें संभावना के आधार पर अपनी पोजीशन बदलने या नई पोजीशन लेने की सहूलियत मिल जाती है।

जापानी कैंडलस्टिक एक अकेले कैंडल से कई सारी सूचनाएं देने में समर्थ है। फिर भी, जब एक खास तरह के कैंडल विशेष क्रम में आते हैं, तब ये भविष्य में कीमतों की चाल के बारे में एक सटीक अनुमान दे सकते हैं।

इन्हें मोटे तौर पर दो श्रेणियों में बांटा जाता है:

1. बुलिश रिवर्सल पैटर्न

2. बियरिश रिवर्सल पैटर्न

कुछ सबसे महत्वपूर्ण और प्रभावशाली बुलिश रिवर्सल पैटर्न निम्नांकित हैं।

हैमर कैंडल पैटर्न

एक “बुलिश हैमर” ऐसा रिवर्सल पैटर्न होता है जो आम तौर पर गिरावट के रुझान में बॉटम पर बनता है। इसमें कैंडल का बॉडी हैमर के प्रहार वाले हिस्से को इंगित करता है, जबकि उनका लंबा बॉटम विक हैमर का हत्था दर्शाता है।

हरे रंग का हैमर लाल रंग के हैमर से ज्यादा प्रभावशाली होता है, लेकिन जैसा कि 2015 में बिटकॉइन के बॉटम के उदाहरण से दिखता है कि लाल रंग का हैमर भी अपनी तरह से शक्तिशाली संकेत हो सकता है। यह पैटर्न दिखाता है कि किस तरह बिकवालों ने पूरी ताकत से कीमत को नीचे धकेला, लेकिन खरीदारों ने भी उन्हें कड़ी टक्कर दी और आखिरकार उन्हें खरीदारी की ताकत से परास्त कर दिया। इस पैटर्न के वैध होने के लिए आवश्यक है कि इसके बाद तेजी का रुझान बने।

बुलिश एनगल्पफिंग कैंडल पैटर्न

एक बुलिश एनगल्फिंग कैंडल एक ऐसा रिवर्सल पैटर्न है जिसमें एक हरा कैंडल बॉडी पिछले दिन के कैंडल बॉडी को पूरी तरह निगल जाता है। इससे संकेत मिलता है कि बिकवाल थक गये हैं और खरीदार कहीं ज्यादा जोश से कूद पड़े हैं, जिसके कारण अब रुझान पलटने वाला है। उदाहरण के लिए, नीचे के चार्ट में बुलिश एनगल्फिंग आने वाली तेजी का एक संकेत है।

मॉर्निंग स्टार कैंडल पैटर्न

एक मॉर्निंग स्टार कैंडल तब बनता है जब पहले तो गिरावट के रुझान के बाद बॉटम पर एक दोजी का निर्माण होता है और फिर उसके बाद एक मजबूत तेजी का दौर शुरू हो जाता है। एक दोजी में कैंडल बॉडी या तो बहुत छोटा होता है या फिर नहीं होता है और छोटे विक्स या शैडो होते हैं। यह बिकवाली का मजबूत रुझान दर्शाता है, जिसमें धीरे-धीरे बिकवाल हिचकिचाने लगते हैं और फिर आखिरकार यह ट्रेंड पलट जाता है।

बियरिश रिवर्सल पैटर्न

हर तेजी के पैटर्न के बाद एक मंदी का पैटर्न भी होता है। इस तरह के पैटर्न पलटने से पहले किसी तेजी के बिलकुल शीर्ष पर उभरते हैं। कुछ सबसे आम लेकिन मजबूत बियरिश रिवर्सल पैटर्न निम्नांकित हैं।

शूटिंग स्टार कैंडल पैटर्न

शूटिंग स्टार कैंडल पैटर्न में एक कैंडल होता है, जिसमें ऊपर की ओर एक लंबा शैडो होता है। उसकी बॉडी छोटी होती है और नीचे या तो कोई शैडो नहीं होता या फिर छोटा शैडो होता है। यह तेजी के रुझान के शीर्ष पर उभरता है और उसके बाद बाजार की दिशा पलट जाती है।

यह कैंडल खरीदारों की ओर से लगाई गई पूरी ताकत दर्शाता है, जिसे जबर्दस्त प्रतिरोध का सामना करना पड़ता है और इसी कारण ऊपर की ओर एक लंबा शैडो छूटता है।

विदेशी मुद्रा रुझान: तकनीकी विश्लेषण में ट्रेंड लाइन्स

मूल अवधारणाओं में से एक है तकनीकी विश्लेषण प्रवृत्ति है.यह धारणा पर आधारित है कि बाजार में भाग लेने वाले कुछ समय के लिए परिसंपत्ति मूल्य आंदोलनों को टिकाऊ बनाने वाले झुंडों में निर्णय लेते हैं.

ट्रेंड्स के प्रकार

परिसंपत्ति मूल्यों की प्रचलित दिशा के आधार पर तीन प्रकार के रुझान हैं:

  • अपवर्ड ट्रेंड
  • नीचे रुझा
  • साइडवे या कोई स्पष्ट प्रवृत्ति नहीं

एक अपवर्ड प्रवृत्तिउच्च स्थानीय उतार और उच्च स्थानीय चढ़ाव के लिए जा रही कीमतों की विशेषता है । चढ़ाव को जोड़ने वाली एक ऊपर की प्रवृत्ति सकारात्मक ढलान प्राप्त करती है.

एक नीचे की प्रवृत्ति कम स्थानीय उतार और कम स्थानीय चढ़ाव बनाने की कीमतों की विशेषता है । उतार को जोड़ने वाली एक नीचे की रेखा नकारात्मक ढलान प्राप्त करती है.

एक साइडवेज प्रवृत्ति दो क्षैतिज ट्रेंडलाइन द्वारा तैयार की जाती है जो कीमतों को बड़े ऊपर या नीचे की ओर आंदोलनों से रोकती है, जो एक निश्चित सीमा में उतार-चढ़ाव को रखते हुए होती है.

राइजिंग वेज चार्ट पैटर्न (Rising Wedge Chart Pattern) की सम्पूर्ण जानकारी हिंदी में।

Rising Wedges Chart Pattern एक रिवर्सल पैटर्न् हैं। ये पैटर्न् आपको यह बताता हैं कि वर्तमान trend ख़त्म होने वाला है, दूसरा ट्रेंड स्टार्ट होगा। वेज पैटर्न् के बारे में यह माना जाता है कि यह तब बनता है जब किसी भी ट्रेंड का टॉप या बॉटम बन जाता है यानि कि ट्रेंड कम्प्लीट हो जाता है। इस टाइप के फार्मेशन में ट्रेडिंग एक्टिविटी बहुत ही सीमित दायरे में होती है। राइजिंग वेज पैटर्न एक ट्रायंगल की तरह होते हैं और इनकी ऊपर तथा नीचे की लाइन एक slop की तरह होती है। चलिए जानते हैं- राइजिंग वेज चार्ट पैटर्न (Rising Wedge Chart Pattern) की सम्पूर्ण जानकारी हिंदी में। Rising Wedge Chart Patterns in Hindi

Rising wedge pattern

राइजिंग वेज चार्ट पैटर्न किसी भी ट्रेंड का एक छोटा सा हिस्सा होते हैं। Rising Wedges Chart Pattern दो प्रकार के होते हैं-

राइजिंग वेज चार्ट पैटर्न (Rising Wedge Chart Pattern)

राइजिंग वेज पैटर्न चार्ट पर बढ़ते हुए कील की तरह दिखाई देता है इसलिए इसे राइजिंग वेज पैटर्न कहते हैं। यह पैटर्न तेजी के समय आने वाला Bearish reversal pattern है, जिसका मतलब है कि मार्केट में जो अब तक तेजी का ट्रेंड चल रहा था। वह समाप्त हो गया है, अब डाउनट्रेंड की शुरुआत होने वाली है। Tringle Chart patterns क्या हैं? ट्राईएंगल चार्ट की फुल जानकारी हिंदी में

राइजिंग वेज चार्ट पेटर्न कैसे बनता है, इसके बनते समय किन किन बातों का ध्यान रखना पड़ता है?

जब मार्केट में लंबी तेजी का ट्रेंड चल रहा होता है, तब प्राइस अपट्रेंड ट्रेंडलाइन कैसे काम करती है? में रेसिस्टेंट लेकर नीचे की ओर आ जाता है और नीचे सपोर्ट लेकर इसका गिरना रुक जाता है। इस प्रकार पहला रेजिस्टेंस और पहला सपोर्ट बनता है। इसके बाद प्राइस फिर से ऊपर की तरफ बढ़ने लगता है तथा प्राइस पहले रेजिस्टेंस से भी ऊपर निकल जाता है। वहां पर दूसरा रेजिस्टेंस लेकर प्राइस नीचे आ जाता है, और नीचे रुक कर दूसरा सपोर्ट बनाता है।

यह दूसरा सपोर्ट पहले की तुलना में हायर होता है। इसके बाद प्राइस फिर से ऊपर की तरफ बढ़ने लगता है और आगे भी इसी तरह अन्य support & resistance बना सकता है। इस तरह चार्ट पर दो सपोर्ट और दो रेजिस्टेंस बन जाते हैं। अब आपको दोनों रेसिस्टेंट को छूते हुए एक ट्रेंड लाइन खींचनी है, इस ट्रेंड लाइन को रेसिस्टेंट लाइन कहते हैं। इसके बाद दोनों सपोर्ट लाइन को छूते हुए दूसरी ट्रेंड लाइन खींचनी है, इसे सपोर्ट लाइन कहते हैं।

Rising Wedge Chart Pattern में कम से कम दो सपोर्ट और दो रेजिस्टेंस होना आवश्यक है, इससे ज्यादा हो तो पैटर्न बहुत अच्छा माना जाता है। इस चार्ट पैटर्न में सपोर्ट लाइन का slope ऊपर की तरफ रेजिस्टेंस दर्शाने वाली लाइन की तुलना में अधिक होता है। जिससे कि यह एक बिंदु पर एक दूसरे को क्रॉसओवर कर सकें, तभी इसे राइजिंग वेज चार्ट पैटर्न माना जाएगा।

इस पैटर्न में ऐसा नहीं होना चाहिए कि दोनों ट्रेंडलाइन एक दूसरे के समानांतर चलती रहे। एक दूसरे को क्रॉस ओवर ना कर सके, यह गलत होगा और इसे राइजिंग वेज चार्ट पैटर्न नहीं माना जाएगा। दूसरी ध्यान देने वाली बात यह है कि प्रत्येक ट्रेंडलाइन कैसे काम करती है? सपोर्ट और रेजिस्टेंस पिछले सपोर्ट और रेजिस्टेंस की तुलना में हायर हाई होना चाहिए। सपोर्ट और रेजिस्टेंस लेवल क्या हैं, इन्हें चार्ट पर कैसे यूज़ करें?

यदि दो से ज्यादा सपोर्ट एंड रेजिस्टेंस बनते हैं और ट्रेंडलाइन एक दूसरे को क्रॉसओवर करती है। तो इससे Rising Wedge Chart Pattern की एक्यूरेसी और ताकत बढ़ जाती है। इस पैटर्न के बनने के बाद यदि प्राइस सपोर्ट लाइन को तोड़कर नीचे आने लगे और ट्रेडिंग वॉल्यूम बढ़ने लगे तो इसे मजबूत डाउन ट्रेंड की निशानी समझना चाहिए। दो सपोर्ट एंड रेजिस्टेंस के बीच में कम से कम सात-आठ कैंडल का अंतर होना ही चाहिए।

अगर अंतर इससे कम है तो इसे एक सही सपोर्ट और रेजिस्टेंस नहीं माना जा सकता है। इस तरह राइजिंग रेज चार्ट पैटर्न की रचना होती है। चार्ट पेटर्न में टाइम फ्रेम को ज्यादा महत्व नहीं दिया जाता है क्योंकि यह प्रत्येक टाइम फ्रेम में बन सकते हैं और अच्छी तरह काम भी कर सकते हैं।

दो सपोर्ट एंड रेजिस्टेंस के बीच में अंतर

यदि आप Rising Wedge Chart Pattern को इंट्राडे चार्ट पर देख रहे हैं तो दो सपोर्ट एंड रेजिस्टेंस के बीच में 7-8 कैंडल का अंतर होना ही चाहिए। शार्ट-टर्म के लिए दो कैंडल के बीच में तीन-चार सप्ताह का अंतर अच्छा माना जाता है। मीडियम टर्म के लिए दो सपोर्ट और रेजिस्टेंस के बीच में तीन से चार महीने का अंतर ठीक माना जाता है।

लॉन्ग-टर्म निवेश के लिए दो सपोर्ट एंड रेजिस्टेंस के बीच में सात-आठ महीने का अंतर अच्छा माना जाता है। लॉन्ग-टर्म निवेश के लिए दो स्पोर्ट और रेजिस्टेंस के बीच में सात-आठ महीने का अंतर् अच्छा माना जाता है। यह तीनों नियम Daily Chart के हिसाब से हैं। टॉप फाइव बुलिश कैंडलस्टिक पैटर्न (Bullish Candlestick Pattern) हिंदी में

Rising wedge Chart Pattern के हिसाब से शेयरों में बिकवाली कैसे करें?

अगर आपको चार्ट पर राइजिंग वेज चार्ट पैटर्न बनता हुआ दिखाई दे रहा है तो आपको सबसे पहले दो सपोर्ट लेवल को छूते हुए एक ट्रेंड लाइन खींचनी है। साथ ही दोनों रेजिस्टेंस लेवल को छूते हुए भी एक ट्रेंड लाइन खींचनी है। अब आपको इसमे बिकवाली करने के लिए यह देखना है कि कोई कैंडल सपोर्ट लाइन को नीचे की तरफ तोड़कर बंद तो नहीं हो रही है।

यदि ऐसा है तो आपको उसके बाद वाली कैंडल में बिकवाली करना चाहिए और जिस कैंडल ने सपोर्ट लाइन को तोड़ा है। उस कैंडल के हाई का आपको स्टॉपलॉस लगाना चाहिए तथा stop-loss और आपके entry-point के बीच रिस्क रिकॉर्ड रेश्यो 2% के करीब होना चाहिए। तभी आपको ट्रेड लेना चाहि यदि स्टॉपलॉस 2% के नियम के अनुसार सही नहीं बैठ रहा हो तब आपको यह ट्रेड नहीं लेना चाहिए।

ट्रेड लेने के बाद आपको ट्रेलिंग (trailling) स्टॉप-लॉस का भी उपयोग करना चाहिए। इस पोजीशन में आपका टारगेट पिछले सपोर्ट एंड रेजिस्टेंस के बीच के अंतर के बराबर होना चाहिए। उदाहरण जैसे कि प्रथम सपोर्ट एंड रेजिस्टेंस के बीच 10 पॉइंट का अंतर है, तो आपको सपोर्ट लेवल के नीचे दस पॉइंट तक आप का टारगेट होना चाहिए। जैसे ही प्राइस दस पॉइंट नीचे पहुंच जाए, आपको तुरंत प्रॉफिट बुक कर लेना चाहिए। इस तरह आप राइजिंग वेज चार्ट पैटर्न के साथ बिकवाली कर सकते हैं। यदि आप शेयर ट्रेडिंग में नुकसान से बचना चाहते हैं और पैसे कमाना चाहते हैं तो आप इस टेक्निकल एनालिसिस और कैंडलस्टिक की पहचान बुक को पढ़ सकते हैं।

फॉलिंग वेज चार्ट पैटर्न (Falling Wedge chart pattern)

फॉलिंग वेज एक बुलिश चार्ट पैटर्न है, जो की अपवर्ड ट्रेंड के दौरान आता है। इसकी लाइन स्लोप डाउन होती हैं। फॉलिंग वेज चार्ट पैटर्न के बारे में मैं अलग से एक आर्टिकल लिखुँगी। उम्मीद है आपको यह आर्टिकल राइजिंग वेज चार्ट पैटर्न (Rising Wedge Chart Pattern) की सम्पूर्ण जानकारी हिंदी में। Rising Wedge Chart Patterns in Hindi पसंद आया होगा।

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ट्रेंड लाइन ट्रेडिंग रणनीति को प्रभावी ढंग से उपयोग करने के लिए सरल दृष्टिकोण IQ Option. एक 3-बाउंस प्ले

ट्रेंड लाइन ट्रेडिंग IQ Option

एक ट्रेंड लाइन ट्रेडिंग रणनीति केवल एक ट्रेडिंग पद्धति है जो ट्रेडिंग सिग्नल उत्पन्न करने के लिए ट्रेंड लाइन का उपयोग करती है। एक प्रवृत्ति रेखा मूल्य चार्ट पर खींची गई एक अतिरिक्त रेखा है जो मोमबत्तियों की चुनिंदा श्रृंखला के झुकाव को दर्शाती है। यह आमतौर पर व्यापारियों द्वारा उपयोग किया जाता है और यह बाजार विश्लेषण करने में मदद करता है। आज, मैं एक ऐसी रणनीति का वर्णन करना चाहूंगा जो सटीक रूप से प्रवृत्ति रेखाओं पर आधारित हो।

ट्रेंड लाइन ट्रेडिंग रणनीति की मूल बातें

एक प्रवृत्ति रेखा खींचने के लिए, आपको नीचे और ऊपर की ओर देखना होगा मूल्य चार्ट. जब आप निम्न, फिर उच्च और फिर उच्च निम्न स्थान पाते हैं, तो आपको a . मिलेगा ट्रेंडलाइन को चढ़ावों को जोड़कर। ऐसी स्थिति अपट्रेंड पर होती है।

आप एक ट्रेंड लाइन में कैसे महारत हासिल करते हैं?

आप डाउनट्रेंड के दौरान एक प्रवृत्ति रेखा खींच सकते हैं जब आप उच्च, फिर निम्न और निम्न उच्च देखते हैं। उच्च से जुड़ें और आपको एक ट्रेंड लाइन मिलेगी।

एक बार जब आप अपने चार्ट पर एक ट्रेंड लाइन तैयार कर लेते हैं, तो आप जिस चीज की प्रतीक्षा कर रहे हैं, वह एक कैंडलस्टिक द्वारा लाइन का तीसरा स्पर्श है। यह वास्तव में एक ऐसी जगह है जहाँ आप कर सकते हैं एक व्यापारिक स्थिति खोलें.

नीचे स्केच, अपट्रेंड और डाउनट्रेंड दोनों में ट्रेंड लाइन प्रस्तुत करता है।

ट्रेंड लाइन पर खरीदने और बेचने के लिए सबसे अच्छी जगह

ट्रेंड लाइन पर खरीदने और बेचने के लिए सबसे अच्छी जगह कहाँ है

पहले और दूसरे अंक आपको एक ट्रेंड लाइन खींचने में मदद करते हैं। अपट्रेंड के दौरान तीसरे स्पर्श पर, आप खरीद सकते हैं, और डाउनट्रेंड के दौरान, आप एक बिक्री लेनदेन खोल सकते हैं। इसके अतिरिक्त a . का उपयोग करना कैंडलस्टिक पैटर्न बुद्धिमान होगा। यह एक दुष्ट मोमबत्ती या एक संलग्न मोमबत्ती हो सकती है।

ट्रेंडलाइन से तीसरे रिबाउंड का सफलतापूर्वक व्यापार कैसे करें

ट्रेंड लाइन ट्रेडिंग रणनीति के साथ एक छोटी पोजीशन खोलना

आइए अनुकरणीय को देखें AUDUSD नीचे दिया गया चार्ट यह बताता है कि आप शॉर्ट पोजीशन खोलने के लिए ट्रेंड लाइन ट्रेडिंग रणनीति का उपयोग कैसे कर सकते हैं।

ट्रेंड लाइन पर लंबी बाती के साथ लघु स्थिति उदाहरण

ट्रेंड लाइन पर लंबी बाती के साथ शॉर्ट पोजीशन का उदाहरण

आप उच्च (1), फिर निम्न और निम्न उच्च बाद में (2) देखते हैं। यह आपको एक प्रवृत्ति रेखा खींचने की अनुमति देता है। कीमत में गिरावट जारी है। अब आप प्रतीक्षा करें पुलबैक प्रवृत्ति रेखा तक। दुष्ट मोमबत्ती ट्रेंड लाइन पर दिखाई देती है। यह एक छोटी स्थिति में प्रवेश करने का संकेत है।

इस विक्ड कैंडल ने ट्रेड में प्रवेश का सिग्नल दिया है उसके ठीक ऊपर एक स्टॉप लॉस रखें। टेक प्रॉफ़िट पिछले लो पर सेट होना चाहिए।

जोखिम अनुपात के लिए उच्च इनाम

आपको अधिक रिवार्ड टू रिस्क रैशियो वाले ट्रेडों का चयन करना चाहिए

इस उदाहरण में, बहुत अधिक है जोखिम अनुपात के लिए इनाम। ऐसा सेटअप सबसे ज्यादा वांछित है।

ट्रेंड लाइन ट्रेडिंग रणनीति के साथ एक लंबी पोजीशन खोलना

आइए एक लंबे व्यापार को खोलने के उदाहरण पर चलते हैं। पहला निम्न (1) और दूसरा उच्च निम्न (2) आपकी प्रवृत्ति रेखा निर्धारित करता है। अब आपको केवल तीसरे बिंदु की प्रतीक्षा करनी है जो कि समर्थन पर विकसित दुष्ट मोमबत्ती के साथ प्रवृत्ति रेखा पर पुलबैक है। आप यहां एक लंबा लेनदेन खोल सकते हैं।

आपका स्टॉप लॉस दुष्ट मोमबत्ती के ठीक नीचे रखा जाना चाहिए और आपको पिछले उच्च को लक्षित करना चाहिए। फिर से, यहां हमारे उदाहरण में हमें आज की ट्रेंड लाइन ट्रेडिंग रणनीति के साथ वास्तव में अनुकूल इनाम-से-जोखिम अनुपात प्राप्त होता है।

ट्रेंड लाइन ट्रेडिंग रणनीति संकेत

ट्रेंड लाइन पर लंबी बाती के साथ लंबी स्थिति का उदाहरण

क्या ट्रेंड लाइन ट्रेडिंग रणनीति लाभदायक है?

RSI ट्रेंड लाइन ट्रेडिंग रणनीति उपयोग में काफी सरल है। सबसे महत्वपूर्ण कदम की पहचान करना है प्रवृत्ति और एक प्रवृत्ति रेखा खींचना अछि तरह से। फिर, आपको बस ट्रेंडलाइन पर पुलबैक और लाइन पर बनने वाली एक दुष्ट या उलझी हुई मोमबत्ती की प्रतीक्षा करनी होगी।

स्टॉप लॉस सेट करें नीचे (या ऊपर, इस पर निर्भर करता है कि यह अपट्रेंड या डाउनट्रेंड है) दुष्ट मोमबत्ती और पिछले उच्च (या निम्न) को लक्षित करें। इससे आपको रिवॉर्ड-टू-रिस्क अनुपात का अनुमान लगाने में मदद मिलेगी। यह जितना ऊंचा होगा, उतना अच्छा होगा।

ट्रेंड लाइनों का उपयोग करने के कई तरीके हैं। आज की ट्रेंड लाइन ट्रेडिंग रणनीति लाइन से तीसरे पुलबैक से खेलने पर केंद्रित है। अतिरिक्त पुष्टि के साथ, यह तकनीक काफी अच्छी तरह से काम करती है। आप बाद के बाउंस के लिए भी इस प्रकार के सिग्नल का उपयोग करने का प्रयास कर सकते हैं, लेकिन ध्यान रखें कि प्रत्येक बाद के उछाल के साथ, एक ट्रेंडलाइन उल्लंघन की संभावना अधिक हो जाती है।

मैं आपको जाने के लिए प्रोत्साहित करता हूं IQ Option डेमो खाते तुरंत और एक प्रवृत्ति रेखा खींचें। लेनदेन को प्रभावी ढंग से खोलने के लिए ट्रेंड लाइन ट्रेडिंग रणनीति का उपयोग करें।

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