मक्का खल (सरिस्का) 4,010 रुपये प्रति कच्चे तेल की कीमतों में भारी गिरावट क्विंटल।
Petrol-Diesel Price: कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट जारी, इतने रुपये सस्ता हो सकता है पेट्रोल-डीजल
अभी ब्रेंट क्रूड ऑयल 91 डॉलर प्रति बैरल के आस-पास ट्रेंड कर रहा है. एक्सपर्ट्स का कहना है कि कच्चे तेल की कीमतें 80.कच्चे तेल की कीमतों में भारी गिरावट 85 डॉलर प्रति बैरल तक जा सकती हैं.
Newz Fast, New Delhi पिछले काफी समय से इंटरनेशनल मार्केट में कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट का दौरा जारी है। 3 महीने में अंतरराष्ट्रीय बाजार में 25-30 डॉलर सस्ता हुआ है।
इस समय क्रूड ऑयल 91 डॉलर प्रित बैरल के आस-पास ट्रेंड कर रहा है। आखिरी बार 21 मई को केंद्र सरकार ने पेट्रोल-डीजल के पर एक्साइड ड्यूटी कम की थी। इसके बाद देशभर में पेट्रोल 9.50 रुपये और डीजल 7 रुपये प्रति लीटर सस्ता हो गया।
पेट्रोल डीजल की कच्चे तेल की कीमतों में भारी गिरावट कीमतों को लेकर हुआ बड़ा ऐलान, कल सुबह इतने रुपये सस्ता होगा तेल, पढ़े पूरी अपडेट
नई दिल्ली। पेट्रोल-डीजल की कीमतों को लेकर बड़ी कच्चे तेल की कीमतों में भारी गिरावट खबर सामने आ रही है. पिछले 8 महीनों से लगातार घरेलू बाजार में तेल के दाम कच्चे तेल की कीमतों में भारी गिरावट स्थिर बने हुए हैं. ऐसे में कल यानी 5 दिसंबर को पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बड़ी कटौती हो सकती है. 5 तारीख को पेट्रोल-डीजल पर 5 रुपये की कटौती एकसाथ हो सकती है. इसके बारे में एक्सपर्ट ने भविष्यवाणी की है.
कच्चे तेल की कीमतों में आई बड़ी गिरावट की वजह से तेल कंपनियां पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बड़ी राहत देने की तैयारी कर रही हैं. क्रूड का भाव पिछले काफी समय से 90 डॉलर प्रति बैरल के नीचे चल रहा है. इस समय इंटरनेशनल मार्केट में कच्चे तेल की कीमत 82 डॉलर प्रति बैरल के कच्चे तेल की कीमतों में भारी गिरावट लेवल पर है. नवंबर महीने में कच्चे तेल की कीमतों में 7 फीसदी की गिरावट देखने को मिली है.
कच्चे तेल की कीमतों में भारी गिरावट, Petrol और Diesel की कीमतों में कटौती करेगी केंद्र सरकार: Congress
रायपुर, 5 दिसंबर । प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने सोमवार को बयान जारी कर कहा कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में क्रूड ऑयल की कीमतों में 35 से 40 प्रतिशत की गिरावट आई है, लेकिन देश के भीतर आज भी जनता 30 से 40 प्रतिशत महंगे दरों पर पेट्रोल-डीजल खरीदने मजबूर हैं। केंद्र सरकार को अपनी मुनाफाखोरी की हठधर्मिता को कच्चे तेल की कीमतों में भारी गिरावट छोड़कर महंगाई से पीड़ित जनता को राहत देने तत्काल पेट्रोल और डीजल के दामों में 30 कच्चे तेल की कीमतों में भारी गिरावट से 40 प्रतिशत की कमी करनी चाहिए।
Petrol-Diesel Price Update- पेट्रोल-दीजल की कीमत को लेकर सरकार ने दी राहत भरी जानकारी, जल्दी 14 रुपये सस्ता होगा तेल
Petrol-Diesel की कीमतों में लंबे समय से कोई भी बदलाव नहीं हुआ है, लेकिन अब जल्द ही आम जनता को राहत मिलने वाली है. बता दें 6 April के बाद से लगातार Petrol-Diesel की कीमतों में न तो किसी भी तरह की बढ़ोतरी हुई है और न ही कटौती की गई है. लगातार कीमतें जस की तस बनी हुई हैं. Government की ओर से कीमतों में कटौती करने के लिए कई कच्चे तेल की कीमतों में भारी गिरावट कदम उठाए जा रहे हैं, जिसके बाद जल्द ही कीमतों में कटौती आएगी. एक्सपर्ट का मानना है कि जल्द ही कीमतों में 10 फीसदी यानी करीब 14 रुपये तक की कटौती होगी
साथ ही वही Global market में कच्चे तेल की कीमतों में बड़ी गिरावट आने की संभावना है. एक्सपर्ट के मुताबित, इस समय ब्रेंट क्रूड का कच्चे तेल की कीमतों में भारी गिरावट भाव लगातार गिरकर जनवरी के स्तर पर पहुंच गया है. वहीं, इस दौरान घरेलू ऑयल की कीमतों में कोई भी कटौती नहीं हुई है तो ऐसे में माना जा रहा है कि जल्द ही Petrol-Diesel की कीमतों में भारी कटौती आएगी.
जरुरी जानकारी | सस्ते आयातित तेलों के दवाब में तेल-तिलहन कीमतों में गिरावट
नयी दिल्ली, 30 नवंबर देश में आयातित तेलों के दाम में भारी गिरावट रहने के बीच देशी तेल तिलहन के भाव भी दवाब में रहे। दिल्ली तेल-तिलहन बाजार में बुधवार को सोयाबीन तेल, बिनौला, कच्चा पामतेल (सीपीओ) और पामोलीन तेल कीमतों में गिरावट कच्चे तेल की कीमतों में भारी गिरावट देखने को मिली जबकि सरसों एवं मूंगफली तेल-तिलहन, सोयाबीन तिलहन के दाम पूर्वस्तर पर बंद हुए।
बाजार सूत्रों ने बताया कि मलेशिया एक्सचेंज में भाव में अधिक घट बढ़ नहीं है। जबकि शिकॉगो एक्सचेंज कल रात पांच प्रतिशत कमजोर बंद हुआ था और फिलहाल यह 0.7 प्रतिशत मजबूत है।
सूत्रों ने कहा कि सूरजमुखी तेल के दाम में भारी गिरावट बनी हुई है जिससे देशी तेल तिलहनों के दाम पर भी भारी दवाब है। देश में तेल पेराई मिलों को सस्ते आयात के सामने पेराई के बाद तेल की लागत अधिक बैठने से पेराई में नुकसान है। किसान नीचे भाव में बिक्री के लिए मंडियों में बहुत सीमित मात्रा में अपनी उपज ला रहे हैं। सूत्रों ने कहा कि अब समय आ गया है कि सरकार सूरजमुखी के साथ साथ सभी खाद्यतेलों पर अधिक से अधिक आयात कच्चे तेल की कीमतों में भारी गिरावट शुल्क लगा दे क्योंकि देश में अभी सूरजमुखी की बुवाई होनी है और आयातित तेल के दाम सस्ते बने रहे तो अधिक लागत आने के डर से किसान इस फसल की बिजाई नहीं करेंगे।
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