समाचार रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान के नेतृत्व ने उनकी मांगों पर सहमति व्यक्त की है, हालांकि, वे उन्हें लागू करना चाहते हैं ताकि आम आदमी पर कोई अतिरिक्त बोझ न पड़े। पाकिस्तान आईएमएफ की शर्तों को आसान बनाने के लिए अनुरोध कर रहा भुगतान तकनीक की आवश्यकता क्यों है है क्योंकि बाढ़ और व्यय की अधिकता से होने वाले नुकसान का हवाला दिया गया है। पाकिस्तान अपनी अर्थव्यवस्था और सुधारों के लिए अपनी कार्य योजना के बारे में विवरण साझा नहीं कर रहा है।
व्यवसाय वित्त क्या है व्यावसायिक वित्त के कितने प्रकार होते हैं?
व्यावसायिक गतिविधियों की संचाति करने हेतु जिस धन की आवश्यकता होती है, उसे व्यावसायिक वित्त कहते हैं।व्यक्ति जीविकापोर्जन के लिए कोई न कोई कार्य करता हैं कोई वस्तुओं का लेनदेन करता है तो कोई अपनी कला के माध्यम से धन अर्जन करता है जैसे, डॉक्टर, वकील, इंजीनियर, आदि व्यवसाय या पेशे में सफलता प्राप्त करने के लिए सामग्री, उपकरण एवं अन्य व्यावसायिक सामग्री की आवश्यकता होती है इन समाग्रियों को क्रय करने के लिए धन की आवश्यकता होती है अब प्रश्न यह उठता हैं कि धन की व्यवस्था कहा से करें व्यावसायिक इकाई पर्याप्त धनराशि के बिना एक कदम भी आगे नहीं बढ़ा सकता धन के महत्व की व्याख्या करने के पूर्व यह आवश्यक है कि धन की आवश्यकता है कि धन की आवश्यकता क्यों पडती है इस कारण को जानना।
- व्यवसाय के लिए स्थाई सम्पत्ति क्रय करने के लिए जिससे कि वह अपनी व्यावसायिक क्रियाकलाप कर सके ।
- दैनिक व्यय का भुगतान- व्यवसाय में कई प्रकार के व्यय होते है जैसे कच्चा माल, परिवहन, मजदूरी, ढुलाई, किराया, डाकतार टेलीफोन आदि के लिए धन की आवश्यकता पड़ती हैं।
- व्यवसाय का विकास- आधुनिक समय में नई तकनिकी की सामग्री अथवा उपकरण मशीन क्रय हेतु धन की आवश्यकता पड़ती है।
- उत्पादन एवं विक्रय अथवा विक्रय एवं भुगतान में कुछ समय का अन्तराल होता है किन्तु व्यय तो निरन्तर चालू रहते हैं इसके लिए धन की आवश्यकता होती हैं।
- आकस्मिक व्ययों की पूर्ति हेतु कुछ तत्व ऐसे होते हैं जो आकस्मिक आ जाते है। जैसे मशीन चलते चलते अचानक खराब हो गई विशेषज्ञ को बुलाकर ठीक करवाने में हमे उसे फीस देती होगी इसके लिए धन की आवश्यकता पड़ती है।
व्यावसायिक वित्त का महत्व
वित्त व्यवसाय का एक महत्वपूर्ण अंग है इसे व्यवसाय की जीवन-रेखा भी कह सकते है वित्त का महत्व निम्नलिखित कारणों से बढ़ गया है-
1. बड़े़ पैमाने के क्रियाओं की आवश्यकता- आजकल समय प्रतियोगिता का समय है आज समस्त विश्व एक बड़ा बाजार बन गया है आरै इस बाजार में बने रहने के लिए बडे़ पैमाने पर व्यापार करना पडत़ ा है इसके लिए एक बड़ी धनराशि की आवश्यकता होती है।
2. आधुनिक प्रौद्योगिकी का प्रयोग- आपका वही व्यापार या उत्पाद की वस्तुएँ एवं सेवाएँ बाजार भुगतान तकनीक की आवश्यकता क्यों है मे उपलब्ध रहती है जो नई तकनीकी को प्रयाग करके बाजार में आया है नई तकनीकी की वस्तुए बाजार में उपलब्ध करने के लिए नई तकनीक की मशीन एवं प्रशिक्षण प्राप्त कर्मचारी की आवश्यकता होती है और इसके लिए बड़ी मात्रा में धन व्यय करना पड़ता है।
3. विक्रय संवर्धन- प्रतिस्पर्धा के भाग में उत्पादक अपनी वस्तुओं को बाजार में विक्रय करने के लिए एक बड़ी मात्रा में विज्ञापन, व्यक्तिगत बिक्री एवं कमीशन एजेण्ट की नियुक्ति करता है जिसके लिए विशाल धनराशि की आवश्यकता पड़ती है।
व्यावसायिक वित्त के प्रकार
- अल्पकालीन वित्त
- मध्यकालीन वित्त
- दीर्घकालीन वित्त
1. अल्पकालीन वित्त- दिन प्रतिदिन के दैनिक व्ययो का भुगतान करने हेतु जैस, मजदूरी, ढुलाई, डाकतार अखबार का वित्त आदि संक्षेप में हम कह सकते है कि अल्पकालीन वित्त एक वर्ष के अन्तराल वाली प्रवृति होती है।
2. मध्यकालीन वित्त- यह वित्त भुगतान तकनीक की आवश्यकता क्यों है उन उद्देश्यों को पूरा करता है जो कम से कम एक वर्ष एवं अधिक से अधिक 5 वर्षों के लिए विनियोग होता है।
3. दीर्घकालीन वित्त- पांच वर्ष से अधिक अवधि की धनराशि की आवश्यकता पडने पर इसे दीर्घकालीन वित्त कहते हैं इसको व्यवसाय की स्थाई सम्पत्ति के लिए व्यय किया जाता है जैसे- मशीनरी, फर्नीचर, प्लांट, भूमि व भवन इत्यादि क्रय करना है।
आईएमएफ की समीक्षा टीम भुगतान तकनीक की आवश्यकता क्यों है के दौरे में देरी से पाकिस्तान के भुगतान संतुलन की मुश्किलें बढ़ीं: रिपोर्ट
इस्लामाबाद : चल रहे विस्तारित फंड सुविधा (ईएफएफ) कार्यक्रम की 9वीं समीक्षा करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) निगरानी मिशन की यात्रा में देरी "पाकिस्तान के भुगतान संतुलन की कठिनाइयों को दैनिक आधार पर बढ़ा रही है।" वैश्विक पूंजी बाजार, जहां पाकिस्तान बॉन्ड बेच सकता है, अब बंद हो गया है क्योंकि उसके सभी ट्रेड किए गए बॉन्ड भारी छूट पर बिक रहे हैं।
अक्टूबर के अंत में निर्धारित आईएमएफ निगरानी मिशन की यात्रा में देरी आईएमएफ के प्रति इस्लामाबाद की प्रतिबद्धता और उसके वास्तविक निर्णयों के बीच अंतर के बीच हुई है।
पाकिस्तान और IMF के बीच बातचीत वर्चुअली जारी रही। हालांकि, दोनों पक्षों के बीच अभी भी कर संग्रह लक्ष्य, और गैर-स्टार्टर ऊर्जा सुधारों पर मतभेद बना हुआ है, जिसमें गैस टैरिफ में बढ़ोतरी, सर्कुलर ऋण में वृद्धि, और व्यय में वृद्धि शामिल है, जिससे पूरा करने के लिए एक कर्मचारी-स्तरीय समझौते पर आम सहमति बनाना मुश्किल हो गया है। समीक्षा।
Toll Plaza: टोल से गुजरने पर नहीं होगा 'धोखा', जान लीजिए ऐसे कुछ नियम जो पहले से शायद नहीं जानते होंगे आप
एनएचएआई टोल प्लाजा नियम (NHAI Toll Plaza Rules) केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री श्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) के कार्यभार संभालने के बाद से अधिक चर्चा में रहे है, जो हाल के वर्षों में भारतीय राष्ट्रीय राजमार्गों के मानचित्र को बदलने के लिए जिम्मेदार हैं.
toll plaza rules
कोई व्यक्ति जो लंबी दूरी की यात्रा करता है, वह निश्चित रूप से भारत में टोल प्लाजा पार करता ही है. कुछ लोगों को काम के लिए आने-जाने के दौरान रोजाना टोल प्लाजा पार करना पड़ता है. ये टोल प्लाजा यात्रा के खर्च पर एक टोल लगाते हैं. एनएचएआई टोल प्लाजा नियम (NHAI Toll Plaza Rules) केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री श्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) के कार्यभार संभालने के बाद से अधिक चर्चा में रहे है, जो हाल के वर्षों में भारतीय राष्ट्रीय राजमार्गों के मानचित्र को बदलने के लिए जिम्मेदार हैं. आने वाले दिनों में जब जीपीएस टोलिंग (GPS Tolling) के जरिए नए टोल प्लाजा नियम लागू होंगे तो ये टोल बूथ शायद नजर भी नहीं आएंगें. आइए जानते है कि हमारे लिए टोल प्लाजा दिशानिर्देशों के अनुसार क्या-क्या जानना जरूरी हैं.
टोल प्लाजा को समझे
सड़कों, हाइवेज को बनाना सरकार का कर्तव्य होता है. सरकार या तो खुद ही या एक निजी ठेकेदार के माध्यम से सड़क बनवाती हैं. इसका उद्देश्य भारत के लोगों को सड़कों पर आसान यात्रा की सुविधा देना होता है. भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) भारत में विभिन्न राज्यों को जोड़ने वाले राष्ट्रीय राजमार्गों को बनती हैं. NHAI टोल प्लाजा नियमों में किसी एजेंसी द्वारा सड़क निर्माण के लिए टेंडर पास करना, जरुरी होने पर भूमि अधिग्रहण के माध्यम से सड़क के लिए रास्ता बनाना, वास्तविक निर्माण और फिर उद्घाटन शामिल होते हैं. कुछ भी बनाने में पैसा लगता है और भारत की सड़कें इससे अलग नहीं है. इसलिए बाद में टोल गेट बनाए जाते है. जो राहगीरों से शुल्क लेते हैं, यानी नई बनीं सड़कों से यात्रा करने वाले लोगों से. सड़क निर्माण की लागत कैसे वसूल की जाएगी, इसका रास्ता टोल प्लाजा ही होता हैं.
टोल प्लाजा के कुछ ऐसे नियम जो सबको नहीं पता
- 10 सेकंड के बाद कोई टोल नहीं - टोल प्लाजा के नियमों ने उन लोगों के लिए टोल का भुगतान करने की आवश्यकता को समाप्त कर दिया, जिनके पास FASTag है और फिर भी 10 सेकंड से अधिक सेवा समय के लिए इंतजार करना पड़ता है.
- अगर वेटिंग लाइन 100 मीटर से अधिक लंबी हो जाती है, तो टोल प्लाजा नियम, वाहनों को टोल का भुगतान किए बिना गुजरने की अनुमति देते हैं.
- हर टोल लेन में टोल बूथ से 100 मीटर की दूरी पर पीली पट्टी होनी चाहिए.
- FASTag - टोल प्लाजा पर इलेक्ट्रॉनिक टोल संग्रह हाल के वर्षों में पेश किया गया था. हालांकि, यह पिछले वर्ष के NHAI टोल प्लाजा नियमों के अनुसार अनिवार्य किया गया है. FASTag टोल भुगतान के लिए रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन (RFID) तकनीक का इस्तेमाल होता हैं.
- केंद्रीय परिवहन मंत्री ने 60 किलोमीटर से कम दूरी वाले टोल प्लाजा को बंद करने की घोषणा की थी. 60 किलोमीटर के भीतर केवल एक टोल बूथ होगा.
- सरकारी अधिकारियों ने पिछले साल जीपीएस आधारित टोलिंग शुरू करने की योजना की घोषणा की थी.
क्या यह स्थानीय निवासियों के लिए भुगतान तकनीक की आवश्यकता क्यों है टोल फ्री है?
स्थानीय निवासी और बार-बार उपयोग करने वाले एनएचएआई टोल नियम 2022 के अनुसार रियायतों का आनंद लेते हैं. हालांकि ये राहत देने वाले टोल प्लाजा नियम पूरे भारत में एक समान नहीं हो सकते हैं.
नए टोल प्लाजा नियम 2022 के अनुसार भी वाहन मालिकों के लिए फास्टैग होना जरुरी है. लेकिन अधिकारी उन लोगों के आवागमन को प्रतिबंधित नहीं कर सकते जिनके पास FASTag नहीं है. ऐसे यूजर्स को जिस कैटेगरी में उनका वाहन आता है, उसके लिए दोगुनी रकम चुकानी होगी.
भुगतान तकनीक की भुगतान तकनीक की आवश्यकता क्यों है आवश्यकता क्यों है
आगामी बजट 2023-24 को ध्यान में रखकर भारत सहित दुनिया भर के विश्वविद्यालयों के 51 प्रमुख अर्थशास्त्रियों ने केंद्रीय वित्त भुगतान तकनीक की आवश्यकता क्यों है मंत्री निर्मला सीमारमण से सामाजिक सुरक्षा पेंशन और मातृत्व लाभ योजना के तहत दी जाने वाली धनराशि को बढ़ाने का अनुरोध किया है।
उनका कहना है कि वर्तमान में दी जाने वाली धनराशि अनुचित है। सभी अर्थशास्त्रियों ने एक संयुक्त बयान जारी करते हुए कहा कि हमने यह अनुरोध पूर्ववर्ती वित्तमंत्री स्वर्गीय अरुण जेटली को भी 2018 में किया था।
ध्यान रहे कि यह अनुरोध कोई पहली बार इन अर्थशास्त्रियों ने नहीं किया है, बल्कि यह तीसरी बार वित्त मंत्री को पत्र लिखा गया है। अर्थशास्त्रियों ने कहा कि चूंकि हमारे पूर्व के दोनों अनुरोध को नजरअंदाज कर दिया गया था, इसलिए हम उन्हीं सिफारिशों के साथ आगामी बजट पेश होने के काफी पहले ही एक बार फिर से आपको यह पत्र लिख रहे हैं।
Toll Plaza: टोल से गुजरने पर नहीं होगा 'धोखा', जान लीजिए ऐसे कुछ नियम जो पहले से शायद नहीं जानते होंगे आप
एनएचएआई टोल प्लाजा नियम (NHAI Toll Plaza Rules) केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री श्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) के कार्यभार संभालने के बाद से अधिक चर्चा में रहे है, जो हाल के वर्षों में भारतीय राष्ट्रीय राजमार्गों के मानचित्र को बदलने के लिए जिम्मेदार हैं.
toll plaza rules
कोई व्यक्ति जो लंबी दूरी की यात्रा करता है, वह निश्चित रूप से भारत में टोल प्लाजा पार करता ही है. कुछ लोगों को काम के लिए आने-जाने के दौरान रोजाना टोल प्लाजा पार करना पड़ता है. ये टोल प्लाजा यात्रा के खर्च पर एक टोल लगाते हैं. एनएचएआई टोल प्लाजा नियम (NHAI Toll Plaza Rules) केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री श्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) के कार्यभार संभालने के बाद से अधिक चर्चा में रहे है, जो हाल के वर्षों में भारतीय राष्ट्रीय राजमार्गों के मानचित्र को बदलने के लिए जिम्मेदार हैं. आने वाले दिनों में जब जीपीएस टोलिंग (GPS Tolling) के जरिए नए टोल प्लाजा नियम लागू होंगे तो ये टोल बूथ शायद नजर भी नहीं आएंगें. आइए जानते है कि हमारे लिए टोल प्लाजा दिशानिर्देशों के अनुसार क्या-क्या जानना जरूरी हैं.
टोल प्लाजा को समझे
सड़कों, हाइवेज को बनाना सरकार का कर्तव्य होता है. सरकार या तो खुद ही या एक निजी ठेकेदार के माध्यम से सड़क बनवाती हैं. इसका उद्देश्य भारत के लोगों को सड़कों पर आसान यात्रा की सुविधा देना होता है. भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) भारत में विभिन्न राज्यों को जोड़ने वाले राष्ट्रीय राजमार्गों को बनती हैं. NHAI टोल प्लाजा नियमों में किसी एजेंसी द्वारा सड़क निर्माण के लिए टेंडर पास करना, जरुरी होने पर भूमि अधिग्रहण के माध्यम से सड़क के लिए रास्ता बनाना, वास्तविक निर्माण और फिर उद्घाटन शामिल होते हैं. कुछ भी बनाने में पैसा लगता है और भारत की सड़कें इससे अलग नहीं है. इसलिए बाद में टोल गेट बनाए जाते है. जो राहगीरों से शुल्क लेते हैं, यानी नई बनीं सड़कों से यात्रा करने वाले लोगों से. सड़क निर्माण की लागत कैसे वसूल की जाएगी, इसका रास्ता टोल प्लाजा ही होता हैं.
टोल प्लाजा के कुछ ऐसे नियम जो सबको नहीं पता
- 10 सेकंड के बाद कोई टोल नहीं - टोल प्लाजा के नियमों ने उन लोगों के लिए टोल का भुगतान करने की आवश्यकता को समाप्त कर दिया, जिनके पास FASTag भुगतान तकनीक की आवश्यकता क्यों है है और फिर भी 10 सेकंड से अधिक सेवा समय के लिए इंतजार करना पड़ता है.
- अगर वेटिंग लाइन 100 मीटर भुगतान तकनीक की आवश्यकता क्यों है भुगतान तकनीक की आवश्यकता क्यों है से अधिक लंबी हो जाती है, तो टोल प्लाजा नियम, वाहनों को टोल का भुगतान किए बिना गुजरने की अनुमति देते हैं.
- हर टोल लेन में टोल बूथ से 100 मीटर की दूरी पर पीली पट्टी होनी चाहिए.
- FASTag - टोल प्लाजा पर इलेक्ट्रॉनिक टोल संग्रह हाल के वर्षों में पेश किया गया था. हालांकि, यह पिछले वर्ष के NHAI टोल प्लाजा नियमों के अनुसार अनिवार्य किया गया है. FASTag टोल भुगतान के लिए रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन (RFID) तकनीक का इस्तेमाल होता हैं.
- केंद्रीय परिवहन मंत्री ने 60 किलोमीटर से कम दूरी वाले टोल प्लाजा को बंद करने की घोषणा की थी. 60 किलोमीटर के भीतर केवल एक टोल बूथ होगा.
- सरकारी अधिकारियों ने पिछले साल जीपीएस आधारित टोलिंग शुरू करने की योजना की घोषणा की थी.
क्या यह स्थानीय निवासियों के लिए टोल फ्री है?
स्थानीय निवासी और बार-बार उपयोग करने वाले एनएचएआई टोल नियम 2022 के अनुसार रियायतों का आनंद लेते हैं. हालांकि ये राहत देने वाले टोल प्लाजा नियम पूरे भारत में एक समान नहीं हो सकते हैं.
नए टोल प्लाजा नियम 2022 के अनुसार भी वाहन मालिकों के लिए फास्टैग होना जरुरी है. लेकिन अधिकारी उन लोगों के आवागमन को प्रतिबंधित नहीं कर सकते जिनके पास FASTag नहीं है. ऐसे यूजर्स को जिस कैटेगरी में उनका वाहन आता है, उसके लिए दोगुनी रकम चुकानी होगी.
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