रेगुलर या डायरेक्ट प्लान, कौन सा है बेहतर?
अगर आप अभी भी रेगुलर प्लान में निवेश कर रहे हैं, तो सोचें कि आपको हर साल कितने कमीशन का इन्वेस्टमेंट प्लान्स क्या है नुकसान हो रहा है. कुछ अनुमानों के अनुसार, रेगुलर प्लान के लिए एजेंट को 1 प्रतिशत से ज्यादा कमीशन का भुगतान किया जाता है. इसलिए, आप निवेश रिटर्न के मामले में इन्वेस्टमेंट प्लान्स क्या है इसका फायदा नहीं ले पा रहे हैं. अगर कोई इन्वेस्टर खुद से निवेश कर सकता है तो उसके लिए डायरेक्ट प्लान ज्यादा बेहतर हैं. इन्हें केवल कुछ कामों के लिए ही एजेंट की जरूरत पड़ सकती है, जिसमें कमीशन न के बराबर होता है.
LIC का नया प्लान : सिर्फ एक बार देने होंगे पैसे, फिर जिंदगीभर रिटर्न मिलने की गारंटी; हर साल मिनिमम मिलेंगे 32150 रुपए
न्यूज डेस्क। भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) ने 'जीवन शांति' वन टाइम इन्वेस्टमेंट प्लान्स क्या है इनवेस्टमेंट प्लान है। इसमें एक बार निवेश करने के बाद जिंदगीभर गारंटेड इनकम होगी। यानी इन्वेस्टमेंट प्लान्स क्या है ये प्लान पेंशन की तरह काम करेगा। पेंशन को मंथली, क्वार्टरली, हाफ-ईयरली या एनुअली भी ले सकते हैं। इस प्लान में आपको सालाना मिनिमम 32150 रुपए मिलेंगे।
ऐसे मिलेगा प्लान का फायदा
LIC के इस प्लान में आपको एक बार में पूरा पैसा देना होगा। इसके लिए मिनिमम अमाउंट 5 लाख रुपए और मैक्सिमम 1 करोड़ रुपए है। आप 10 लाख, 25 लाख और 50 लाख रुपए भी एक बार में इन्वेस्ट कर सकते हैं। पेंशन लेने के लिए इन्वेस्टमेंट प्लान्स क्या है आपकी उम्र 30 साल होना जरूरी है। यानी आप जो पैसा इस प्लान में इन्वेस्ट करेंगे उसकी पेंशन 30 साल की उम्र से लेना शुरू कर सकते हैं।
म्यूचुअल फंड के डायरेक्ट और रेगुलर प्लान में क्या है अंतर, निवेश के लिए क्या है सही?
म्यूचुअल फंड के डायरेक्ट और रेगुलर प्लान की नेट एसेट वैल्यू अलग होती है.
2013 में एसेट मैनेजमेंट कंपनियों की ओर से उनकी सभी म्यूचुअल फंड योजनाओं के लिए डायरेक्ट प्लान लॉन्च किए गए थे. इसका मकस . अधिक पढ़ें
- News18Hindi
- Last Updated : September 28, 2022, 12:34 IST
डायरेक्ट और रेगुलर प्लान की नेट एसेट वैल्यू (NAVs) अलग-अलग होती है.
डायरेक्ट प्लान में निवेशक को लॉन्ग टर्म में काफी अच्छा रिटर्न मिल जाता है.
डायरेक्ट प्लान में किसी भी एजेंट को सलाह के लिए कमीशन नहीं दिया जाता है.
नई दिल्ली. अगर आप म्यूचुअल फंड में निवेश करते हैं तो यकीनन आप डायरेक्ट और रेगुलर प्लान के बीच के अंतर से पहले से ही वाकिफ होंगे. अगर आपको दोनों के बीच अंतर नहीं पता है तो यहां दोनों प्लान के बीच का अंतर बताने जा रहे है. साथ ही यह भी बताएंगे कि दोनों की नेट एसेट वैल्यू अलग क्यों होती है? इसके अलावा यह भी बताएंगे कि डायरेक्ट प्लान लेना सही है या रेगुलर प्लान ही बेहतर है?
Mutual Fund क्या है? कैसे करें निवेश की शुरुआत? कितनी होगी कमाई?
aajtak.in
- नई दिल्ली,
- 04 अगस्त 2022,
- (अपडेटेड 04 अगस्त 2022, 6:53 PM IST)
हम सभी ने म्यूचुअल फंड (Mutual Fund) के बारे में कभी न कभी तो सुना ही होगा. लेकिन निवेश का फैसला सभी नहीं ले पाते हैं. ये भी सच है कि अधिकतर लोगों को इन्वेस्टमेंट प्लान्स क्या है इस बारे में पूरी जानकारी नहीं होती है. ऐसे लोग निवेश करना तो चाहते हैं, लेकिन डरते हैं कि कहीं पैसा डूब ना जाए? आज हम आपके लिए म्यूचुअल फंड से जुड़ी पूरी जानकारी लेकर आए हैं.
क्या हैं म्यूचुअल फंड?
म्यूचुअल फंड एक ऐसा फंड है, जो AMC यानी एसेट मैनेजमेंट कंपनीज ऑपरेट करती है. इन कंपनियों में कई लोग अपने पैसे निवेश करते हैं. म्यूचुअल फंड द्वारा इन पैसों को को बॉन्ड, शेयर मार्केट समेत कई जगहों पर निवेश किया जाता है.
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आसान शब्दों में कहें तो म्यूचुअल फंड बहुत सारे लोगों के पैसे से बना एक फंड (Fund) होता है. यहां पर एक फंड मैनेंजर होता है, जो फंड को सुरक्षित तरीके से थोड़ा-थोड़ा करके अलग-अलग जगह पर निवेश करते हैं. म्यूचुअल फंड से आप न सिर्फ शेयर बाजार में बल्कि गोल्ड पर भी निवेश कर सकते हैं.
क्या है एैसेट मैनेजमेंट कंपनी(AMC)?
ऐसी कंपनियां विभिन्न निवेशकों के द्वारा जमा किए गए फंडों को विभिन्न जगहों जैसे इक्विटी, बॉन्ड, गोल्ड, आदि इन्वेस्टमेंट प्लान्स क्या है में निवेश करती हैं और इस निवेश से मिलने वाले रिटर्न को निवेशकों में फंड यूनिट्स के अनुसार बांट देती हैं. एक अच्छा फंड मैनेजर फंड को सही तरीके से निवेश कर उसपर ज्यादा से ज्यादा रिटर्न प्राप्त कर सकता है, जिससे निवेशक को अच्छे रिटर्न प्राप्त होंगे.
Mutual Funds SIP: एसआईपी में पहली बार करने जा रहे हैं निवेश? बेहतर रिटर्न के लिए इन 5 बातों का जरूर रखें ध्यान
इन्वेस्टमेंट जर्नी शुरू करने के लिए म्यूचुअल फंड सबसे अच्छे निवेश विकल्पों में से एक है.
Systematic Investment Plan (SIP): इन्वेस्टमेंट जर्नी शुरू करने के लिए म्यूचुअल फंड सबसे अच्छे निवेश विकल्पों में से एक है. इसमें आप या तो एकमुश्त निवेश कर सकते हैं या सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) चुन सकते हैं. SIP में आप नियमित अंतराल में एक निश्चित राशि निवेश कर सकते हैं. पहली बार निवेश करने वालों के लिए SIP सबसे अच्छा विकल्प है. इसमें आप कम जोखिम के साथ ज्यादा रिटर्न हासिल कर सकते हैं. आप अपनी इनकम और फाइनेंशियल गोल्स के आधार पर निश्चित अवधि जैसे हर हफ्ते, महीने, तिमाही या छमाही में एक निश्चित राशि का निवेश कर सकते हैं.
अपने इन्वेस्टमेंट गोल्स को पहचानें
अपना निवेश शुरू करने के लिए आपके पास शॉर्ट टर्म और लॉन्ग टर्म दोनों तरह का लक्ष्य होना चाहिए. एसआईपी शुरू करने से पहले इन्वेस्टमेंट प्लान्स क्या है इस निवेश के जरिए हासिल किए जाने वाले लक्ष्य को समझना जरूरी है. यह आसान कदम आपको यह तय करने में मदद करेगा कि आप कितनी राशि कितने समय तक के लिए निवेश करना चाहते हैं. आपके पास अलग-अलग वित्तीय लक्ष्य हो सकते हैं जैसे कि इन्वेस्टमेंट प्लान्स क्या है कार खरीदना, घर खरीदना, बच्चे की शिक्षा, शादी आदि. इसलिए एक SIP आपके सभी लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए पर्याप्त नहीं हो सकता है. फाइनेंशियल गोल्स की संख्या के आधार पर आप इनमें से प्रत्येक लक्ष्य को पूरा करने के लिए कई एसआईपी में निवेश कर सकते हैं.
निवेश के जरूरी नियमों में से एक निवेश करते समय महंगाई को ध्यान में रखना है. एसआईपी चुनते समय आपको मौजूदा और भविष्य की मुद्रास्फीति को ध्यान में रखना चाहिए. हो सकता है कि आप अभी निवेश कर रहे हों, लेकिन आपके भविष्य के लक्ष्य बदल सकते हैं और आपकी ज़रूरतों को पूरा करने के लिए अधिक राशि की जरूरत पड़ सकती है. यह अक्सर देखा जाता है कि लोगों को कई निवेशों के बावजूद पैसे कम पड़ जाते हैं क्योंकि वे मुद्रास्फीति को ध्यान में नहीं रखते. यह सलाह दी जाती है कि निवेश अवधि में अनुमानित मुद्रास्फीति को देखते हुए आपको अपने वित्तीय लक्ष्यों के लिए फंड तय करना चाहिए और उसी के अनुसार एसआईपी राशि तय करनी चाहिए.
सावधानी से चुनें इन्वेस्टमेंट स्कीम
म्यूचुअल फंड में निवेश के लिए बाजार विकल्पों से भरा है. आप इक्विटी फंड, डेट फंड या हाइब्रिड फंड में निवेश कर सकते हैं. जोखिम लेने की क्षमता, रिटर्न की उम्मीदों और आपके वित्तीय लक्ष्य के आधार पर म्यूचुअल फंड स्कीम चुन सकते हैं. उदाहरण के लिए, अगर आपकी जोखिम उठाने की क्षमता अधिक है और आप उच्च रिटर्न की उम्मीद करते हैं और लंबी अवधि के निवेश करना चाहते हैं, तो आप इक्विटी एसेट क्लास का विकल्प चुन सकते हैं. कम जोखिम वाले निवेशक डेट फंड में निवेश इन्वेस्टमेंट प्लान्स क्या है कर सकते हैं. औसत रिटर्न की तलाश में मध्यम जोखिम लेने वाले निवेशक हाइब्रिड फंड का विकल्प चुन सकते हैं.
अपने निवेश में विविधता लाना एक अच्छी निवेश रणनीति है. जैसा कि पहले भी कहा गया है कि आपको अपनी जोखिम उठाने की क्षमता और रिटर्न की उम्मीदों के अनुसार निवेश करना चाहिए. उम्र, वित्तीय जिम्मेदारियां, निवेश की अवधि, आय, देनदारी जैसी चीजें निवेशक की जोखिम उठाने की क्षमता को प्रभावित करते हैं. डायवर्सिफिकेशन जोखिम को कम करने में मदद कर सकता है. डायवर्सिफिकेशन के लिए, आपको अलग-अलग एसेट क्लास, स्कीम और म्यूचुअल फंड कंपनियों में निवेश करना चाहिए.
LIC Invest Plan: इस प्लान में सिर्फ 71 रुपये के निवेश पर मिलेगा 48 लाख रुपये का गारंटीड रिटर्न, जानें क्या है प्लान
By: ABP Live | Updated at : 06 Nov 2022 10:47 PM (IST)
इंवेस्टमेंट प्लान (प्रतीकात्मक तस्वीर)
LIC New Endowment Plan : अगर आप भारतीय जीवन बीमा निगम (Life Insurance Corporation of India) की पॉलिसी में निवेश करने का प्लान बना रहे है. साथ ही आपको सुरक्षित और गारंटीड रिटर्न भी चाहिए. तो आपके लिए एलआईसी न्यू एंडोमेंट प्लान (LIC New Endowment Plan) लेकर आई है. इस प्लान में आपको कई तरह की सुविधा मिलती हैं. एलआईसी के इस प्लान में आप रोजना 71 रुपये का निवेश करते है तो आपको लगभग 48 लाख रुपये का कोष मैच्योरिटी के तौर पर मिलता है.
इस उम्र में करें निवेश
एलआईसी न्यू एंडोमेंट प्लान में निवेश के लिए आपकी उम्र 18 साल से उम्र 52 साल के बीच होनी चाहिए. इस प्लान में व्यक्ति अपने करियर की शुरूआत में निवेश करता है. तो उसे भविष्य में अच्छी खासी रकम मिलती है, जिसका इस्तेमाल वह किसी भी काम में कर सकता है.
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